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बिहार बोर्ड से जितने भी छात्र एवं छात्राएं इस बार 2023 में मैट्रिक का एग्जाम देंगे उन सभी छात्र-छात्राएं के लिए विज्ञान का लघु एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न इस पोस्ट में दिया गया है। जितना भी इस पोस्ट में लघु एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न दिया गया है वह काफी एग्जाम के परपस से इंपॉर्टेंट है । तो इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़ें। यदि पसंद आए तो अ स्क्रीनशॉट ले और पोस्ट को दूसरे के पास शेयर भी करें।
Chemistry ( रसायनशास्त्र )
प्रश्न 1 , जंग क्या होता है ? इसके रासायनिक सूत्र के बारे में बताएँ ।
उत्तर- लोहे की बनी वस्तुओं को वायु में खुला छोड़ देने से उन पर हाइड्रोक्साइड एवं हाइड्राइड की परत जम जाने को जंग लगना कहते हैं। यह लाल-भूरे रंग की खुरदरी परत होती है। इससे लोहे का क्षय होता है। इसका रासायनिक सूत्र है- Fe_O, xH O
प्रश्न 2. कार्बन एवं उसके अपरूप के बारे में बताएँ ।
उत्तर- कार्बन ऐसा धातु है जो विभिन्न रूपों में रह सकता है। इसके प्रत्येक रूप को अपरूप कहते हैं। हीरा कार्बन का एक अपरूप है। यह सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थ है और इसका द्रवणांक एवं क्वथनांक बहुत अधिक है। कार्बन का एक अन्य अपरूप ग्रेफाइट विद्युत् का सुचालक है।
प्रश्न 3. धातु किसे कहते हैं ?
उत्तर:- आवर्त सारणी के बायीं तरफ तथा मध्य में रखे जाने वाले तत्त्व धातु कहलाते हैं, जिनमें धात्विक चमक होती हैं। वे प्रायः तन्य, आघातवर्ध्य, विद्युत् और ऊष्मा की सुचालक, दृढ़ और अधिक घनत्व वाली होती हैं। इनके ऑक्साइड क्षारीय प्रकृति के होते हैं। लोहा, सोना, चाँदी, ताँबा, प्लैटिनम आदि धातुओं के उदाहरण हैं।
प्रश्न 3. 24 कैरेट सोना क्या है ?
उत्तर- -शुद्ध सोने को 24 कैरेट कहते हैं तथा ये काफी नर्म होता है। इसलिए आभूषण बनाने के लिए ये उपयुक्त नहीं होता है। इसे कठोर बनाने के लिए चाँदी या कॉपर के साथ मिलाया जाता है। हमारे देश में प्रायः आभूषण बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का उपयोग होता है। इसका मतलब है कि 22 भाग शुद्ध सोने में 2 भाग कॉपर या चाँदी मिश्रित किया जाता है।
Biology ( जीवविज्ञान )
प्रश्न 4. एक्वारीजिया क्या होता है ? विवरण दें।
उत्तर – एक्वारीजिया, 3:1 के अनुपात में सांद्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एवं सांद्र नाइट्रिक अम्ल का मिश्रण है। यह सोने को गला सकता है जबकि दोनों में से किसी अम्ल में अकेले यह क्षमता नहीं है। एक्वारीजिया (रॉयल जल का लैटिन शब्द) भभकता द्रव होने के साथ तेज संक्षारक है। यह प्लैटिनम को गलाने में भी सक्षम है।
प्रश्न 5. हम यह कैसे जान पाते हैं कि जीवाश्म कितने पुराने हैं?
उत्तर – जीवाश्म की प्राचीनता ज्ञात करने के दो सामान्य तरीके हैं। अगर हम जीवाश्म प्राप्त करने हेतु पृथ्वी की चटानों की खुदाई करे तो जो जीवाश्म हमें सतह से कम गहराई पर स्थित मिलेंगे, वे निश्चित तौर पर अधिक गहराई प्राप्त जीवाश्म से नूतन होंगे। एक जीवाश्म की आयु ज्ञात करने का वैज्ञानिक तरीका रेडियो कार्बन काल-निर्धारण है। समस्थानिक अनुपात के अध्ययन द्वारा भी जीवाश्म की आयु की गणना की जा सकती है।
प्रश्न 6. विभिन्नताओं के उत्पन्न होने से किसी स्पीशीज का अस्तित्व किस प्रकार बढ़ जाता है?
उत्तर- विभिन्नताओं के उत्पन्न होने से किसी स्पीशीज की उत्तरजीविता की। संभावना बढ़ जाती है। प्राकृतिक चयन ही किसी स्पीशीज की उत्तरजीविता का आधार बनता है जो वातावरण में घटित होता है। समय के साथ उनमें जो प्रगति की प्रवृत्ति दिखाई देती है उसके साथ ही साथ उनके शारीरिक अधिकल्प में जटिलता की वृद्धि हो जाती है। ऊष्णता को सहन करने की क्षमता वाले जीवाणुओं में अधि क गर्मी से बचने की संभावना अधिक होती है। पर्यावरण द्वारा उत्तम परिवर्तन का चयन जैव विकास प्रक्रम का आधार बनता है।
प्रश्न 7. मनुष्य / मानव में लिंग निर्धारण कैसे होता है।
उत्तर –मनुष्य में लिंग-निर्धारण गुणसूत्रों द्वारा होता है। मानव में कोशिकाओं के केन्द्रक में 46 गुणसूत्र होते हैं जिनमें 44 ओटोसोम्स तथा दो लिंग गुणसूत्र होते हैं। पुरुष विषमयुग्मजी होता है तथा मादा समयुग्मजी होती है। गुणसूत्र दो प्रकार के होते हैं दैहिक गुणसूत्र तथा लैंगिक गुणसूत्र मनुष्य में X तथा Y लिंग गुणसूत्र होते हैं जबकि स्त्री में दो X लिंग गुणसूत्र होते हैं। शेष सभी गुणसूत्र दैहिक गुणसूत्र होते हैं। ड्रोसोफिला तथा मनुष्य में लिंग निर्धारण गुणसूत्र के आधार पर होता है। मनुष्य में Y गुणसूत्र का होना नर की उत्पत्ति के लिए आवश्यक है, चाहे X गुणसूत्रों की संख्या कितनी भी हो ।
प्रश्न 8. ऐसे दो तरीके सुझाइए जिनमें जैव निम्नीकरणीय पदार्थ, पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।
उत्तर- पर्यावरण को प्रभावित करने वाले जैव निम्नीकरणीय पदार्थ है .
(1) जैव निम्नीकरणीय पदार्थ बड़ी मात्रा में पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। इनसे दुर्गंध और गंदगी फैलती है।
(ii) जैव निम्नीकरणीय पदार्थ तरह-तरह की बीमारियों को फैलाने के कारक बनते हैं। उनसे पर्यावरण में हानिकारक जीवाणु बढ़ते हैं। और
प्रश्न 9. क्या कारण कि कुछ पदार्थ जैव निम्नीकरणीय होते हैं. कुछ अजैव निम्नीकरणीय है।
उत्तर :- जैव निम्नीकरणीय पदार्थ जैविक प्रक्रमों से अपघटित हो जाते हैं। वे जीवाणुओं तथा अन्य प्राणियों के द्वारा उत्पन्न एंजाइमों की सहायता से समय के साथ अपने आप अपघटित होकर पर्यावरण का हिस्सा बन जाते हैं। लेकिन अजैव निम्नीकरण पदार्थ जैविक प्रक्रमों से अपघटित नहीं होते। अपनी संश्लिष्ट रचना के कारण उनके बंध दृढतापूर्वक आपस में जुड़े रहते हैं और एंजाइम उनपर अपना प्रभाव नहीं डाल पाते ।
प्रश्न 10. ऐसे दो तरीके बताइए जिनमें अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।
उत्तर पर्यावरण को प्रभावित करने वाले अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ है अजैव निम्नीकरणीय पदार्थों का अपघटन नहीं हो पाता। वे उद्योगों में तरह-तरह के पदार्थों से तैयार होकर बाद में मिट्टी में अति सूक्ष्म कणों के रूप में मिलकर पर्यावरण को क्षति पहुँचाते हैं। वे खाद्य श्रृंखला में मिलकर जैव आवर्धन करते हैं और मानवों को
(ii) तरह-तरह की हानि पहुँचाते हैं।
प्रश्न 11. आप कचरा निपटान की समस्या कम करने में क्या योगदान कर सकते हैं ? किन्हीं दो तरीकों का वर्णन कीजिए।
उत्तर कचरा निपटान की समस्या कम करने के लिए,
(1) जैव निम्नीकरण तथा अजैव निम्नीकरणीय कचरे का निपटान अलग-अलग करना चाहिए ।
(ii) (iii) st (iv) जैव निम्नीकरणीय वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए। खरीददारी करते समय कपड़े के बैग का उपयोग करना चाहिए। प्लास्टिक, धातु तथा कागज जैसे कचरे का पुनः चक्रण किया जाना चाहिए।
प्रश्न 12. यदि हमारे द्वारा उत्पादित सारा कचरा जैव निम्नीकरणीय1हो तो क्या इनका हमारे पर्यावरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा ?.
उत्तर यदि हमारे द्वारा उत्पादित सम्पूर्ण कचरा जैव निम्नीकृत हो तो भी यह पर्यावरण पर अपना प् दर्शाएगा। जैव निम्नीकरणीय पदार्थ जीवाणुओं, कवक तथा अन्य अनेक सूक्ष्मजीवों द्वारा निम्नीकृत किये जाते हैं। ये सभी जीव इस प्रकार के कचरे को अपने भोजन के रूप में प्रयोग करके अपनी संख्या में वृद्धि करेंगे।
कचरे के विश्लेषण से अनेकों प्रकार की गैसें उत्पन्न होती हैं जो वायुमंडल में मिलकर उसे प्रदूषित कर देती हैं। कचरे का कुछ भाग यथावत् बना रहता है जो मृदा में सम्मिश्रित होकर उसे प्रदूषित कर देता है। अतः इस प्रकार का कचरा भी अंशत: पर्यावरण को प्रदूषित करता है।
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