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Matric hindi vvi subjective: बिहार बोर्ड मैट्रिक हिंदी महत्पूर्ण लघु उतरिये एवं दिर्घ उतरिये प्रश्न।।

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बिहार बोर्ड मैट्रिक हिंदी का महत्पूर्ण सब्जेक्टिव क्वेश्चन जो बोर्ड एग्जाम के लिए काफी ज्यादा इम्पोर्टेड है। ( Matric hindi vvi subjective )

 

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Q 1. लेखक की दृष्टि से सच्चे भारत के दर्शन कहां हो सकते हैं और क्यों?

उतर- लेखाक की दृष्टि सच्चे भारत का दर्शन भारतीय ग्रामीण जीवन में वो सकते हैं। भारतीय ग्राम में संस्कृति में सच्चा भारत है। क्योंकि सच्चाई प्रेम करुणा सहयोग की भावना ग्रामीणों ने कूट-कूट कर भरा है।

Q 2. भारत किस तरह अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है ? अस्पष्ट करें

उतर- भारत अतीत और भविष्य को जोड़ता है। यह मानवीय जीवन का प्रचीनतम ज्ञान विद्यमान है। यहां की भूमि प्राचीन इतिहास से जुड़ी रही है। यहां कि संस्कृत भाषा के द्वारा विश्व को चिंतन के ऐसी धारा में अवगाहन का अवसर मिलता है जो अभी तक जाती बताया बीते हुए कल और आने वाले समय के लिए सेतु के रूप में मान्य है।

Q 3. मनुष्य बार-बार नाखून को क्यों काटा है?(Matric hindi vvi subjective)

उतर- मनोज निरंतर संडे होने के लिए प्रयासरत रहा है। प्राम्भिक काल में मानव एवं पशु एकसमान थे। नाखून अस्त्र थे लेकिन जैसे जैसे मानवीय विकास कि धारा अग्रसर होती गई मनुष्य पशु से भीन्न होता गया । उसके अस्त्र शास्त्र हार विहार सभ्यता संस्कृति में नियंत्रण नविता आती गई। वह पुरानी जीवन शैली को परिवर्तित करता गया। जो नाखून अस्त्र थे उसे अब सौंदर्य का रूप में देने लगा। इस में नयापन लाने इसे सवारने एवं पशु से भिन्न दिखने हेतु नाखून को मन उसका देता है।

Q 4. नागरी लिपि पाठ का सारांश लिखें।

उतर – हिंदी तथा उसकी विविध बोलिया देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। नेपाली दिवारी और मराठी की लिपि भी नागरी है संस्कृत और प्रकृति की पुस्तक भी देवनागरी में ही प्रकाशित होती है। गुजराती लेती की देवनागरी से बहुत भिन्न नहीं बंगला लिपि भी प्राचीन नागिनी पिकी वहन है। सच तो यह है कि दक्षिण भारत की अनेक लिपियां नागरिक इस भाँति ही प्राचीन ब्राह्मी विकसित है। बारहवीं शादी की श्रीलंका के शासकों के सिक्के पैर भी नागरी असर मिलते हैं महमूद गजनवी मोहम्मद गोरी अल्लाउद्दीन खिलजी सिरसा ने भी अपने नाम नागरी में खुदवाये हैं। और अकबर के सिक्के मैं भी रामसिस शब्द अंकित है प्रस्तुत इसकी आठवी नौमी सदी से नागरी लिपि का प्रचलन सारे देश में था।

Q 5 . दीदी का चरित्र चित्रण करें।(Matric hindi vvi subjective)

उतर – प्रस्तुत कहानी में मध्यम वर्गीय परिवार को यथार्थ झलक है । दीदी घर के चाहर दिवारी के बीच कठपुतली बन कर रहने वाले एक वाला है। लिंग भेद परिवार में नहीत है। पिता की से स्वतंत्रता नहीं है जिसके चलते घर में ही राकेश समय व्यतीत करती है। वह ममता की मूर्ति है अपने भाइयों के प्रति अटूट वृद्धा रखती है। उन्हें पढ़ते जी वो में अपनी परछाई देखने की शिक्षा देती है। मछली को विवश होकर काट जाना उसके लिए पीड़ादायक है। वह समाज की रुढ़िवादी ता के बीच मूक रहकर लवार बेबस एवं निर्माता पूर्वक का प्रहार को सहन करने वाले की आत्मा की पुकार को अनुभव करके इस क्यों एवं आभार कर राह जाने वाली कन्या है।

Q 6. कभी ने डफली किसे कहा और क्यों?

उतर- जिन लोगों में दास धरती बढ़ रही है जो लोग पश्चयत सभ्यता संस्कृति की दास्तां के बंधन में बंध के विदेशी दिखती रिवाज के बने हुए हैं उनको कभी दफा ले किसन के देते हैं क्योंकि ओवर विदेश की पश्चयत संस्कृति की विदेशी वस्तुओं की अंग्रेजी के झूठी प्रसंसा में लगे हुए हैं।

Q 7. कवि ने जनता को दुधमुंही क्यो कहा है?

 

उतर- सिहासन पर आरूढ़ रहने वाले राजनेताओं की दृष्टि में जानता फूल या दुधमुंही बच्ची की तरह है। रोते हुई दुधमुंही बच्ची को शांत रखने के लिए उनके सामने खिलौने दे दिए जाते हैं। उसी प्रकार रोते हुए जनता को खुश करने के लिए कुछ प्रलोभन दे जाते हैं।

Q 8. कभी की दृष्टि में आज के देवता कौन हैं और वे कहां मिलेंगे?

उतर- कवि ने भारतीय प्रजा जो खून पसीना बहाकर देश हित का कार्य करती है , जिसके बल पर देश में सुख संपदा स्थापित होता है किसान मजदूर जो स्वय आहूत होकर देश को सुखी बनाते हैं उसे कवि ने आज का देवता कहां है।

Q 9. जन तंत्र का जन्म शीर्षक कविता का भावार्थ लिखे।

उतर- प्रस्तुत कविता आधुनिक भारत में जनतंत्र के उदय का जयघोष है । सदियों की रात हिंसा के बाद स्वतंत्रता प्राप्ति हुई और भारत में जनतंत्र की रात तीस्ता हुए। जनतंत्र के ऐतिहासिक और राजनीतिक अधिक प्रिय को कविता में उजागर करते हुए कभी यहां एक नवीन भारत का विलन्यास करता है। जिसमें जानता ही स्वयं सीहासन आरूढ़ होने का है। इसमें कवि ने जानता निहित शक्ति को उजागर करते हुए जनता की माता को स्थापित करने पर गर्ल दिया है राजतंत्र की जड़ को उखाड़ सकने की ताकत जनता में है और राजसीहासन का वास्तविक अधिकारी राजा ही है। ऐसा चित्रण किया है जनतंत्र का जन्म शीर्षक भावार्थ।

Q10 . हिरोशिमा कविता से हमें क्या सीख मिलती है?

उतर- हिरोशिमा कविता मानवीय संवेदना स्थापित करते हुए चेतावनी के रुप में प्रस्तुत है इस कविता में आधुनिक संध्या ताकि दुर्दशा मानवीय विभीषिका का चित्रण है जिसमें हमें संदेश मिलता है कि हम विकाश क्रम में मानवता को नहीं भूले एवं हिंशक प्रविर्ती पर नियंत्रण करें अन्यथा मनवोत्थान की जगह विनाश लीला से धरती तिलमिला उठेगी।

Q 11. कवि को वृक्ष बूढा चौकीदार क्यो लगता था।( Matric hindi vvi subjective)

उतर- कवि एक वृक्ष के बहाने प्राचीन सभ्यता संस्कृति एवम पर्यावरण की रक्षा की चर्चा की है। वृक्ष मनुष्यत, पर्यावरण एवं संभ्यता की प्रहरी है। यह प्रचीनकाल से मानव की लिए वरदानसरूप है इसका पोषण है, रक्षक है। इन्ही बातों का चिंतन करते हुए कवि को वृक्ष बुढ़ा चौकीदार लगता था।

Q 12. वृक्ष और कवि में क्या संबाद होता था।

उतर- कवि जब अपने घर कहीं बाहर से लौटा था तो सबसे पहले उसकी नजर घर के आगे स्थित खड़ा एक पूरा वृक्ष पर पड़ती। कवि को आभास होता मानो वृक्ष उससे पूछ रहा है कि तुम कौन हो? कभी इसका उत्तर देता मैं तुम्हारा दोस्त हूं इसी संवाद के साथ वह उसके निकट बैठकर भविष्य में आने वाले पर्यावरण संबंधित खतरो का अंदेशा करता है।

Q 13. मक्खी के जीवन कर्म का कवि द्वारा उललेख किया जाने वाला क्या आशय है?

उतर- मक्खी के जीवन ग्राम का कवि द्वारा लेट की जाने का आशाएं है निम्न स्तरीय जीवन का संकीर्णता को दर्शाना । सृष्टि में अनेक जीवन क्रम चलता रहता। वाह जीवन क्रम की व्यापकता को लेकर कर्मठता और कर्मठता का बोध करता है लेकिन मक्खी का जीवन कर्म केवल सुविधा भोगी एवं परजीवी जीवन का बोध कराता है।

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